शिक्षा मंत्रालय ने [UDISE रिपोर्ट 2025 जारी की है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 2024-25 में भारत में शिक्षकों की कुल संख्या 1 करोड़ से ज्यादा हो गई है। यह एक बड़ी उपलब्धि है। इससे पता चलता है कि देश में शिक्षा क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है। इस बढ़ोतरी से छात्र-शिक्षक अनुपात में सुधार होगा और शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर होगी।
Key Points
- शिक्षकों की कुल संख्या 1 करोड़ से ज्यादा हुई
- यह आंकड़ा 2024-25 के शैक्षणिक वर्ष का है
- इससे छात्र-शिक्षक अनुपात में सुधार होगा
- शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर होने की उम्मीद
UDISE रिपोर्ट 2025 की मुख्य बातें
[UDISE रिपोर्ट 2025 में कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि भारत में शिक्षकों की कुल संख्या पहली बार 1 करोड़ के पार पहुंच गई है। यह आंकड़ा 2024-25 के शैक्षणिक वर्ष का है। इस रिपोर्ट से पता चलता है कि पिछले कुछ सालों में शिक्षा क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है। इससे यह भी पता चलता है कि सरकार शिक्षा पर ज्यादा ध्यान दे रही है।
शिक्षकों की संख्या में बढ़ोतरी का महत्व
शिक्षकों की संख्या में यह बढ़ोतरी बहुत अच्छी बात है। इससे कई फायदे होंगे। पहला, अब एक शिक्षक को कम छात्रों को पढ़ाना होगा। इससे वह हर छात्र पर ज्यादा ध्यान दे पाएगा। दूसरा, इससे नौकरियों में भी बढ़ोतरी होगी। तीसरा, अब दूर-दराज के इलाकों में भी अच्छे शिक्षक मिल पाएंगे। इन सब बातों से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।
आगे की राह
अब आगे क्या होना चाहिए? पहली बात, सिर्फ संख्या बढ़ाना काफी नहीं है। शिक्षकों को अच्छी ट्रेनिंग भी मिलनी चाहिए। दूसरी बात, सभी स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर होनी चाहिए। तीसरी बात, शिक्षकों के काम करने के माहौल में सुधार होना चाहिए। इन सब बातों पर ध्यान देकर ही हम शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर बना सकते हैं।
Updated 28 Aug 2025, 22:14 IST; source: link